Storytel Hindi Audiobook Podcast

Informações:

Synopsis

A Hindi podcast about Audiobooks and books. Where every once in a while, we will be talking about everything that is on Storytel in Hindi Language, potentially could be on Storytel or just in general. It will feature author interviews, voice artist interviews, book lovers and more.We hope you join us and discuss with us. Tell us what you want to hear.www.storytel.in

Episodes

  • पहला एपिसोड: Tinderella in Jyotishland

    26/12/2022 Duration: 39min

    नेहा चावला ने कई मेंढकों को चूमा है लेकिन कोई भी ऐसा नहीं है जो उनके प्रिंस चार्मिंग में बदल गया हो। उसके 27वें जन्मदिन पर जब उसका वर्तमान प्रेमी उसे छोड़ देता है, तो वह 3 महीने के फ्लैट में शादी करने का संकल्प लेती है!

  • पहला एपिसोड: पिंजरा

    12/12/2022 Duration: 36min

    पागलखाने में ले जाने के दौरान, दोषी बुधराम पुलिस के चंगुल से बच निकलता है। दूसरी ओर, अनन्या अपने ताजा घावों से उबर रही है जब पुलिस उसे बुद्ध के बारे में सूचित करती है।

  • पहला एपिसोड: मार माया मार

    28/11/2022 Duration: 59min

    8 साल बाद माया आखिरकार जसवंत को ढूंढ लेती है। केवल वह ही उस व्यक्ति की पहचान कर सकता है जिसने माया के परिवार को मार डाला और उसे वेश्यावृत्ति में धकेल दिया।

  • पहला एपिसोड: रॉबिन

    14/11/2022 Duration: 44min

    लालगढ़ का माफिया डॉन रॉबिन दुनिया में फाइनेंशियल क्राइसिस पैदा करना चाहता है. उसका प्लान है कि वह इस क्राइसिस में बड़े शेयर बाजारों पर कब्जा कर ले. लालगढ़ में भारत के कायदे-कानून से अलग रॉबिन की अलग सत्ता चलती है. बचपन से अपने पहचान के संकट से जूझते रॉबिन है आज का रावण. तो फिर रॉबिन की लंका को ध्वस्त करने वाला राम कौन और कहां है? सुनिए रॉबिन की कहानी में!

  • पहला एपिसोड: अंधेरा

    24/10/2022 Duration: 03h06min

    पवन अपनी ग़ायब बहन की तलाश करने का फ़ैसला लेता है. जानिए क्या होगा आगे!

  • पहला एपिसोड: छोटी दुर्गा

    10/10/2022 Duration: 34min

    दुर्गा की वास्तविक शक्तियों को जानने के बाद, अश्वसुर अगले दिन सूर्यास्त से पहले उसे मारने की घोषणा करता है। अब क्या होगा? क्या दुर्गा अकेले ही राक्षसों के राजा से युद्ध कर पाएगी?

  • पहला एपिसोड: ब्लैक स्टार

    26/09/2022 Duration: 01h40min

    एक Swedish Plane लॉस एंजिल्स से स्टॉकहोम के रास्ते में डालारना में रहस्यमय ढंग से लापता हो जाता है. उस बोईंग प्लेन में 200 से अधिक यात्री सवार हैं. इस घटना से स्वीडन में हड़कंप मच जाता है. वहां के प्रशासन को लगता है कि इस घटना के पीछे किसी terrorist group का हाथ है. वे लोग इस घटना की तह तक जाने और गायब प्लेन को ढ़ूंढ़कर लाने के लिए National Space Board की मेंबर, थाना 'मोंटी', पूर्व-एजेंट, हेनरी जैगर, डॉ हेमैन और एक पुलिस ऑफिसर को डालारना प्रांत भेजते हैं. लेकिन उनका जेट प्लेन भी गायब हो जाता है. क्या है इन प्लेनों के गायब होने का राज? कौन कर रहा है साजिश? इसके पीछे वाकई कोई आतंकी संगठन है या फिर दूसरे ग्रह के लोग? क्या ये टीम अपने मिशन में कामयाब हो पायेगी? 

  • पहला एपिसोड: ये टेढ़ी मेरी यारी

    12/09/2022 Duration: 57min

    अमित यह जानकर चौंक जाता है कि उसके बड़े भाई धनुष ने उसके लिए होने वाली दुल्हन चुन ली है। उसी दिन वह रिहर्सल में रोहित से मिलता है और उसके लिए तत्काल आकर्षण महसूस करता है। जब अमित के साथ समानांतर भूमिका करने वाला अभिनेता नहीं आता है, तो रोहित, जो अभिनेता बनने का सपना देखता है, अमित के साथ प्रॉक्सी करने की पेशकश करता है। क्या इससे पता चलेगा अमित का गुप्त राज?

  • ऑडियोबुक रिव्यू : पीली छतरी वाली लड़की

    05/09/2022 Duration: 08min

    पीली छतरी वाली लड़की, उदय प्रकाश का एक हिंदी उपन्यास है। इसमें एक युवक व एक युवती के बीच प्रेम की कहानी पेश की गई है, जिसके रास्ते में जाति व्यवस्था, सामाजिक मूल्य और उपभोक्ता संस्कृति रुकावटें हैं। लेकिन यह उपन्यास उससे कहीं परे तक सामाजिक-राजनीतिक विमर्श में दख़लंदाज़ी करता है। राहुल के दिल में प्यार आता है और यह प्यार विद्रोह नहीं, लेकिन दो स्तरों पर भीतरघात करता है। पहली बात कि राहुल का मर्दवादी रुख़, जिसका परिचय हमें शुरु में ही उसके कमरे में माधुरी दीक्षित के पोस्टर के प्रकरण से मिलता है, टूट-टूटकर चूर हो जाता है। बाद में दोनों का प्यार मनुवादी मान्यताओं पर आधारित और आज़ादी के बाद भारत की उपभोक्ता संस्कृति में पनपी मान्यताओं को अंदर से तोड़ने लगता है। अंत में पलायन- और यह पलायन भी भीतरघात है, समाज में प्रचलित मान्यताओं को स्पष्ट रूप से ठुकराना है। कहानी के आरंभ में बॉलीवुड है, अंत भी बॉलीवुड की तरह सुखान्त है। लेकिन समूचे विमर्श में बॉलीवूड के विपरीत स्पष्ट तात्पर्य है।

  • पहला एपिसोड: जाँबाज़

    29/08/2022 Duration: 22min

    जांबाज़ की कहानी आधारित है कश्मीर के आतंकवाद पर... समरप्रताप सिंह एक ज़िद्दी और जाँबाज़ आर्मी ऑफिसर है जिसका एक ही मिशन है कश्मीर को आतंकियों और आतंकवाद से मुक्त कराना. इस जंग में वो कई बार गंभीर रूप से घायल भी होता है लेकिन इससे उसके जुनून और हौसले में कोई कमी नहीं आती है. साथ ही है इसमें कुछ मुहब्बत के रंग, बेवफाई के दाग, थोड़ी हँसी और थोड़े आँसू...!

  • ऑडियोबुक रिव्यू : एक चिथड़ा सुख

    22/08/2022 Duration: 11min

    तुमने कभी उसे देखा है ?..... किसे ?.....दुख को... मैंने भी नहीं देखा, लेकिन जब तुम्हारी कज़िन यहाँ आती है, मैं उसे छिप कर देखती हूँ। वह यहाँ आकर अकेली बैठ जाती है। पता नहीं, क्या सोचती है और तब मुझे लगता है, शायद यह दुख है! निर्मल वर्मा ने इस उपन्यास में ‘दुख का मन’ परखना चाहा है- ऐसा दुख, जो ज़िन्दगी के चमत्कार और मृत्यु के रहस्य को उघाड़ता है...मध्यवर्गीय जीवन-स्थितियों के बीच उन्होंने बिट्टी, इरा, नित्ती भाई और डैरी के रूप में ऐसे पात्रों का सृजन किया है, जो अपनी-अपनी ज़िन्दगी के मर्मान्तक सूनेपन में जीते हुए पाठक की चेतना को बहुत गहरे तक झकझोरते हैं। पारस्परिक सम्बन्धों के बावजूद सबकी अपनी-अपनी दूरियाँ हैं, जिन्हें निर्मल वर्मा की क़लम के कलात्मक रचाव ने दिल्ली के पथ-चौराहों समेत प्रस्तुत किया है। शीर्षस्थ कथाकार निर्मल वर्मा की अविस्मरणीय कृति, जो रचनात्मक स्तर पर स्थूल यथार्थ की सीमाओं का अतिक्रमण करके जीवन-सत्य की नयी सम्भावनाओं को उजागर करती है।

  • पहला एपिसोड: परमवीर चक्र

    15/08/2022 Duration: 16min

    इस सीरीज़ में आप सुनेंगे परमवीर चक्र से सम्मानित हमारी सेना के इक्कीस शूरवीरों के उन आख़िरी लम्हों की दास्तान, जिसे देख और सुन कर दुनिया हैरान रह गयी थी.

  • ऑडियोबुक रिव्यू : अंतिम अरण्य

    08/08/2022 Duration: 10min

    अन्तिम अरण्य यह जानने के लिए भी पढ़ा जा सकता है कि बाहर से एक कालक्रम में बँधा होने पर भी उपन्यास की अन्दरूनी संरचना उस कालक्रम से निरूपित नहीं है। अन्तिम अरण्य का उपन्यास-रूप न केवल काल से निरूपित है, बल्कि वह स्वयं काल को दिक् में-स्पेस में-रूपान्तरित करता है। उनका फॉर्म स्मृति में से अपना आकार ग्रहण करता है- उस स्मृति से जो किसी कालक्रम से बँधी नहीं है, जिसमें सभी कुछ एक साथ है -अज्ञेय से शब्द उधार लेकर कहें तो जिसमें सभी चीज़ो का ‘क्रमहीन सहवर्तित्व’ है। यह ‘क्रमहीन सहवर्तित्व’ क्या काल को दिक् में बदल देना नहीं है?... यह प्राचीन भारतीय कथाशैली का एक नया रूपान्तर है। लगभग हर अध्याय अपने में एक स्वतन्त्र कहानी पढ़ने का अनुभव देता है और साथ ही उपन्यास की अन्दरूनी संरचना में वह अपने से पूर्व के अध्याय से निकलता और आगामी अध्याय को अपने में से निकालता दिखाई देता है। एक ऐसी संरचना जहाँ प्रत्येक स्मृति अपने में स्वायत्त भी है और एक स्मृतिलोक का हिस्सा भी। यह रूपान्तर औपचारिक नहीं है और सीधे पहचान में नहीं आता क्योंकि यहाँ किसी प्राचीन युक्ति का दोहराव नहीं है। भारतीय कालबोध-सभी कालों और भुवनों की समवर्तिता के बो

  • पहला एपिसोड: खोज़

    25/07/2022 Duration: 53min

    नवंबर 2005, शिमला, गिरिजा की बेटी नर्मदा को लापता हुए दो साल हो चुके हैं. नर्मदा को खोजने की गिरिजा की अंतहीन खोज का कोई फायदा नहीं हुआ। वह 'राइजिंग-पॉइंट' के लिए अपना रास्ता बनाती है। एक ऐसा स्थान जो मां और बेटी दोनों के लिए विशेष महत्व रखता है। चारों ओर कोई गवाह न दिखाई देने के साथ, कोई कार नहीं गुजर रही है, और उसका मन यह सब खत्म करने के लिए तैयार है, वह एक खड़ी खड्ड में कूदने वाली है, जब अचानक उसे पता चलता है कि वह अकेली नहीं है। खून से लथपथ आँखों वाली एक रहस्यमयी आकृति उसकी ओर बढ़ रही है। यह व्यक्ति कौन है? वह क्या चाहता है?

  • ऑडियोबुक रिव्यू : वैशाली की नगरवधू

    18/07/2022 Duration: 06min

    वैशाली की नगरवधू' एक क्लासिक उपन्यास है जिसकी गणना हिन्दी के सर्वश्रेष्ठ उपन्यासों में की जाती है। इस उपन्यास के संबंध में इसके लेखक आचार्य चतुरसेन जी ने कहा था: "मैं अब तक की अपनी सारी रचनाओं को रद्द करता हूं और 'वैशाली की नगरवधू को अपनी एकमात्र रचना घोषित करता हूँ।"'वैशाली की नगरवधू' में आज से ढाई हज़ार वर्ष पूर्व के भारतीय जीवन का एक जीता-जागता चित्र अंकित हैं। उपन्यास का मुख्य चरित्र है-स्वाभिमान और दर्प की साक्षात् मूर्ति] लोक-सुन्दरी अम्बपाली] जिसे बलात् वेश्या घोषित कर दिया गया था, और जो आधी शताब्दी तक अपने युग के समस्त भारत के सम्पूर्ण राजनीतिक और सामाजिक जीवन का केन्द्र-बिन्दु बनी रही। उपन्यास में मानव-मन की कोमलतम भावनाओं का बड़ा हृदयहारी चित्रण हुआ है। यह श्रेष्ठ रचना अब अपने अभिवन रूप में प्रस्तुत है।

  • पहला एपिसोड: ज़ुबिन

    11/07/2022 Duration: 58min

    जुबिन को उसकी पत्नी जिया की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया जाता है। अयूब उससे पूछताछ करता है। जुबिन को पुख्ता सबूतों के अभाव में जमानत मिल गई है। इस बीच वह अपने साले जिमी को अपने घर के अंदर छुपा हुआ पाता है।

  • ऑडियोबुक रिव्यू : चित्रलेखा

    04/07/2022 Duration: 07min

    चित्रालेखा न केवल भगवतीचरण वर्मा को एक उपन्यासकार के रूप में प्रतिष्ठा दिलानेवाला पहला उपन्यास है बल्कि हिंदी के उन विरले उपन्यासों में भी गणनीय है, जिनकी लोकप्रियता बराबर काल की सीमा को लाँघती रही है। चित्रालेखा की कथा पाप और पुण्य की समस्या पर आधारित है। पाप क्या है ? उसका निवास कहाँ है ? -इन प्रश्नों का उत्तर खोजने के लिए महाप्रभु रत्नांबर के दो शिष्य, श्वेतांक और विशालदेव, क्रमशः सामंत बीजगुप्त और योगी कुमारगिरि की शरण में जाते हैं। इनके साथ रहते हुए श्वेतांक और विशालदेव नितांत भिन्न जीवनानुभवों से गुजरते हैं। और उनके निष्कर्षों पर महाप्रभु रत्नांबर की टिप्पणी है, संसार में पाप कुछ भी नहीं है, यह केवल मनुष्य के दृष्टिकोण की विषमता का दूसरा नाम है। हम न पाप करते हैं और न पुण्य करते हैं, हम केवल वह करते हैं जो हमें करना पड़ता है।

  • पहला एपिसोड: गोल गट्टम

    27/06/2022 Duration: 27min

    जादू अपने गांव की क्रिकेट टीम को बेहद से याद कर रहा है. साथ ही वो बड़े शहर और अपने नए अंग्रेजी माध्यम स्कूल में अपने नए जीवन के अनुकूल होने के लिए संघर्ष कर रहा है। एक दिन उसकी मुलाक़ात एक क्रिकेट टीम से होती है. लेकिन वे उसे अपनी टीम में स्वीकार करने से इनकार करते हैं। बेचारा जादू क्या करेगा?

  • ऑडियोबुक रिव्यू : नीम का पेड़

    20/06/2022 Duration: 06min

    राही मासूम रज़ा का क्लासिक उपन्यास जिस पर पंकज कपूर अभिनीत एक प्रसिद्ध टेलिविज़न धारावाहिक भी बना है, अब पहली बार ऑडियो में सुनिये. यह कथा है एक 'नौकर' बुधिया की और नीम के एक पेड़ की जो अपने और मुल्क की क़िस्मत के मालिकों को बदलते हुए देखते हैं.

  • पहला एपिसोड: फँस गयी किन्नू

    13/06/2022 Duration: 28min

    ये एक 10 साल की लड़की कीनू की कहानी है, जो स्वभाव से मासूम, बुद्धिमान, प्यारी और मजाकिया है। वह बहुत सारे सवाल पूछती है। उसकी दुनिया दो चीजों के इर्द-गिर्द घूमती है, इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स और उसके पिता। वह अपने पिता सैम की तरह बनना चाहती है। किनू अपने पिता द्वारा बनाए गए विभिन्न गैजेट्स पर हाथ आजमाती है लेकिन ऐसा करने पर वह हमेशा मुसीबत में पड़ जाती है।

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